सभी को नमस्ते! मैं Shohei हूँ।
यह कॉलम मेरे द्वारा जापानी पौधों के कारखाने में महसूस किए गए और अनुभव किए गए बारे में लिखा गया है।
10 साल से ज़्यादा समय से इस फ़ील्ड में रहने के बाद, बहुत कुछ होता है। मुझे जो याद आता है, मैं उसे बेझिझक लिख रहा हूँ।
“अरे, जापानी पौधों का कारखाना ऐसा होता है”, ऐसा सोचते हुए, इसे हल्के दिल से पढ़ें।
नए सिरे से संगठन खड़ा करने के दौरान, मेरा मानना है कि कुछ बिंदु जरुरी हैं
मैं पहले भी पौधों के फ़ैक्ट्रियों के निर्माण से जुड़ा रहा हूँ।
उन अनुभवों से, एक फ़ैक्ट्री या संस्थान के निर्माण में सफलता पाने के लिए, दो बातें मेरे दिलो-दिमाग पर अंकित हो गयी हैं।
पहला, कर्मचारियों को खूब अनुभव करवाना ज़रूरी है।
एक नए निर्माण में, बिल्कुल नौसिखियों को भी नियुक्त किया जाता है। मैं मानता हूँ कि, सफल फ़ैक्ट्री चलाने के लिए, “ख़ुद काम कर सकने वाले कुछ लोग” होना ज़रूरी है। इसलिए ज़रूरी है कि उन्हें सीखने-समझने का मौका दिया जाए और उनकी तरक्की में मदद की जाए।
लेकिन एक और बात, दुख की है कि लोगों के ज़हन में वह नहीं बैठता जो उन्हें दूसरों से सीखना पड़ता है। अगर वे ख़ुद न चाहें तो सीखना मुश्किल है।
इसलिए, कर्मचारियों को जटिल लगने वाले काम भी करने के लिए दिया जाए, ताकि उन्हें बहुत कुछ सीखना है, इस बात का एहसास हो।
कभी-कभार ग़लतियाँ हो सकती हैं, पर अगर ग़लतियाँ छोटी-मोटी हों तो उनसे भी काफ़ी कुछ सीखा जा सकता है।
बल्कि ऐसी छोटी-मोटी ग़लतियाँ न हों तो बड़ी मुसीबत आने पर उनसे निपटने का रास्ता नहीं सूझेगा और तब स्थिति बेकाबू हो जाएगी।
जहाँ तक मेरी ज़िम्मेदारी है, तो मेरा फ़र्ज़ है कि मेहनत कर रहे कर्मचारियों को सँभालते हुए उनसे उम्मीद के अनुसार काम लिया जाए।
हो सकता है कि उनको बहुत मेहनत करने के साथ ही, “और थोड़ी मदद की ज़रूरत है” ऐसा भी लगे।
लेकिन उस समय उनकी मदद करनी है या नहीं, यह सिर्फ़ उनके प्रति सहानुभूति से नहीं बल्कि “फ़ैक्ट्री के निर्माण में सफलता” पाने के मकसद को ध्यान में रखकर तय करना होगा।
लेकिन, सिर्फ़ इतने से ही निर्माण पूरा नहीं होता।
और यहाँ मेरा दूसरा नुस्खा काम आता है।
वह कहता है कि सही जगह पर, जहाँ ज़रूरत होगी, वहाँ पूरी मदद करनी होगी। जैसे कि, इस अध्याय में बताई गई “पोषक घोल डिज़ाइन शीट” जैसे साधन या फ़ैक्ट्री के ढाँचे और व्यवस्था संबंधी बातें।
इसका मतलब है कि पहले से तैयार चीज़ें उन्हें दे दी जाएँ।
सबसे बेहतर यह होगा कि टीम के सदस्य ही यह काम कर लें, इससे बहुत मज़बूत संगठन बनता है।
लेकिन, ढाँचा बनाने जैसे काम बहुत ज़्यादा जानकारी और अनुभव और समझ की ज़रूरत होती है। नए लोग ऐसा मुश्किल से कर पाते हैं।
फिर भी, निर्माण के दौर में जाएँ तो ऐसी बहुत सी ज़रूरतें होती हैं जो पूरी करनी ही पड़ती हैं। ऐसी जगहों पर थोड़ी-बहुत मदद नहीं बल्कि पूरी मदद की ज़रूरत होती है।
इन ज़रूरतों को नए लोगों के भरोसे छोड़ दिया जाए तो काम अपूर्ण रहता है। निर्माण के शुरूआती दौर में अगर ग़लत ढाँचे और आदतें बन जाएँ, तो बाद में उन्हें बदलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
ऊपर बताई बातें मेरे दिमाग़ में निर्माण संबंधी सबक के तौर पर दर्ज हो चुके हैं। लेकिन, मैं कितना भी शेखी बघारूँ, फ़ैक्ट्रियों का निर्माण, कितनी भी बार करना पड़े, मुश्किल काम है, यही मैंने महसूस किया है।
यह कॉलम ऑन-साइट कौशल को बेहतर बनाने की जानकारी के संग्रह में प्रकाशित हुआ था।
यह लेख पौधों का कारखाना नौ-हौ संग्रह में प्रकाशित किया गया है।
आय में वृद्धि करने के लिए लाभदायक जानकारियाँ यहाँ दी गई हैं, बावजूद कार्यक्षेत्र की आवश्यकताओं और संसाधनों के।
जो लोग पौधों का कारखाना या घर के अंदर खेती कर रहे हैं उनके लिए यह जानकारी ज़रूर देखनी चाहिए। जानकारी का पालन करने पर आपकी आय में वृद्धि होगी।
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